आदिवासियों के विकास के लिए किसी आदिवासी को बनाना होगा देश का प्रधानमंत्री : एमए अली
कोलकाता: बीजेपी ने द्रोपदी मुर्मू को देश का राष्ट्रपति बना कर यह दावा किया है कि इससे आदिवासियों का विकास होगा, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली का मानना है कि अगर आदिवासियों का विकास करना है तो किसी आदिवासी को देश का प्रधानमंत्री बनाना होगा।
एमए अली ने आज पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के ताथगाछी गांव में मार्शल आर्ट्स का एक कैंप लगाया, जहां उन्होंने आदिवासियों को मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग दी। इस कैंप का आयोजन ताथगाछी प्रशांत घोष मेमोरियल फाउंडेशन ने किया था। इसके साथ ही संस्था ने 52 बच्चों के लिए खाने की भी व्यवस्था की थी।
जहां एमए अली ने खुद अपने हाथों से आदिवासी बच्चों को खाना खिलाया। इस अवसर पर शर्मिला माझी, दिलीप मंडल, अब्दुर रऊफ, मोनीमाला हलदार, डॉ जयदीप रॉय इत्यादि भी मौजूद थे। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि वो आगामी 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के दिन इन 52 बच्चों को स्कूल बैग और पढ़ाई के दूसरे समान देंगें, ताकि ये आदीवासी बच्चे भी दूसरे बच्चों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें।
एमए अली ने कहा कि ये बच्चे देश का भविष्य हैं। में चाहता हूं कि ये भी बड़े हो कर आईएएस और आईपीएस बनें, ताकि आदिवासी समाज का कल्याण हो। एमए अली ने कहा कि भले ही आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वाली द्रोपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति बन चुकी हैं, लेकिन अगर वाकई में आदिवासी समाज का विकास करना है तो किसी आदिवासी को देश का प्रधानमंत्री बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि मेरी योजना ताथगाछी गांव में मार्शल आर्ट्स का एक नियमित कैंप लगाने की है, ताकि यहां के बच्चे भी अपने देश के लिए स्वर्ण पदक जीत कर लें। वो मेरी जिंदगी का सबसे खुशी वाला दिन होगा।
एमए अली ने कहा कि रवींद्र नाथ टैगोर शांतिनिकेतन में छात्रों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दिया करते थे। मैं भी उसी तरह गांव-गांव जा कर गरीबों, महिलाओं,आदिवासियों और समाज के शोषित वर्ग के लोगों को मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग दूंगा। अब यही मेरे जीवन का लक्ष्य है।ताथगाछी गांव से मैंने इसकी शुरूआत कर दी है।