टीएमसी सांसद नदीमुल हक का सवालः अमित शाह और अजय मिश्रा टेनी कब कुर्सी छोड़ कर जायेंगे.

नई दिल्ली/कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद नदीमुल हक ने लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को फौरन मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है. राज्यसभा में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस बिल पर चर्चा के दौरान नदीमुल हक ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार देश को नशा मुक्त करना चाहती है, लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि आज देश का बच्चा-बच्चा यह पूछ रहा है कि अच्छे दिन कब आयेंगे, अमित शाह और अजय मिश्रा टेनी कब कुर्सी छोड़ कर जायेंगे. नदीमुल हक की इस टिप्पणी पर सदन में हंगामा मच गया. जहां विपक्षी सांसदों ने उनके इस बयान का जम कर समर्थन किया, वहीं भाजपा सांसद इस बयान पर विरोध जताने लगे. सदन का परिचालन कर रहे भुवनेश्वर कालिता ने भी उनके इस बयान पर आपत्ति जताई. जिस पर टीएमसी सांसद ने कहा कि किसानों का खूनी आज सदन में बैठा हुआ है और उसके खिलाफ आवाज उठाने वाले 12 विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. यह कैसा इंसाफ है. बता दें कि पिछले महीने किसान आंदोलन से वापस लौट रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे ने अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी, जिससे चार किसान और एक पत्रकार की मौत हो गई थी. इस मामले में अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा टेनी और उसके कई साथी जेल में हैं. विपक्ष केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को भी मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग कर रहा है.

घटना से पहले अजय मिश्रा टेनी ने किसानों को धमकी भी थी, जिसका वीडियो वायरल हो चुका है. टीएमसी सांसद नदीमुल हक के इस बेबाक बयान पर अंतरराष्ट्रीय कोच और चैंपियन एमए अली ने उन्हें बधाई दी है. एमए अली ने कहा कि आज जब हर कोई मोदी-शाह की चापलूसी करने में लगा हुआ है. किसी के अंदर नरेंद्र मोदी और अमित शाह के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं है. उस स्थिति में नदीमुल हक ने अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग कर बेहद बहादुरी का काम किया है. जिसकी जितनी भी तारीफ की जाये, वो कम है. आज राजनीति में ऐसे मुखर नेताओं की सख्त जरूरत है.

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