सभी भाषाओं का सम्मान किया जाएःएमए अली
कोलकाताः अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच औऱ चैंपियन एमए अली ने एक बार फिर लोगों से सभी भाषाओं का सम्मान करने का आह्वान किया है. आज एमए अली को तोरशा तोरंगो अवार्ड से सम्मानित किया गया.
कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट स्थित त्रिपुरा हितसाधनी सभागार में सोमवार को एमए अली को तोरशा तोरंगो पत्रिका की ओर से तोरशा तोरंगो अवार्ड दिया गया. यह अवार्ड उन्हें पत्रिका की संपादक रत्ना सरकार ने दिया. अवार्ड के रुप में में गोल्ड मेडल, ट्रॉफी और एक सर्टिफिकेट दिया गया.
इस मौके पर पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों झारखंड और असम के भी साहित्यकार बड़ी तादाद में मौजूद थे. जिन्होंने न सिर्फ एमए अली को अपने-अपने क्षेत्रों में आने का निमंत्रण दिया, बल्कि साथ ही अपनी लिखी पुस्तकें भी उपहार के रुप में उन्हें भेंट की. साहित्यकार शाद तामिल हुसैन ने अपनी लिखी किताब सागोरेर माझे नौका आमार, छाया गुप्ता ने अपनी किताब श्यामोली मां और काजोल ने अपनी पुस्तक सुदिप्ता अथवा विदिप्ता उन्हें भेंट के रुप में दिया.
इस अवसर पर एमए अली ने कहा कि मुझे खुशी होगी कि जो इच्छा मेरी है, वही इच्छा आपकी भी हो और वही इच्छा मुख्यमंत्री की भी हो. मेरी इच्छा है कि हर भाषा का समान रुप से सम्मान होना चाहिए. लेकिन पश्चिम बंगाल में कुछ संस्थाएं यहां बांग्ला भाषा का अपमान कर रहे हैं. बड़े-बड़े अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के बोर्ड सिर्फ अंग्रेजी भाषा में दिखाई देते हैं, जो गलत है. राज्य में तमाम स्कूलों के बोर्ड बांग्ला भाषा में भी होने चाहिए. वहां मौजूद लोगों ने एमए अली के इस सुझाव का दिल खोल कर समर्थन किया.