श्रद्धा के साथ मनाया गया हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती का सालाना उर्स
कोलकाताः हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती का 28वां सालाना उर्स बड़ी ही श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया गया. इस मौके पर देश भर से हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती के चाहने वाले मुर्शिदाबाद के चांचुवा दरबार शरीफ में जमा हुए थे. कोलकाता, दिल्ली, मुंबई समेत देश भर से आए श्रद्धालुओं में हिंदू-मुस्लिम सभी धर्म के लोग शामिल थे.
हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती का सालाना उर्स रमजान के पहले दिन आयोजित हुआ था. इसलिए दरबार शरीफ में इफ्तार का पूरा इंतजाम किया गया था. इफ्तार के बाद कुरान पाक की तिलावत की गई. मिलाद का आयोजन किया गया. इसके बाद हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती के जीवन के बारे में लोगों को बताया गया. श्रद्धालुओं को शांति और प्यार का संदेश दिया गया.
उर्स के इस पवित्र अवसर पर लंगर का इतंजाम किया गया था. जहां सभी धर्म के लोग एक साथ बैठ कर खाते हैं. देश के विभिन्न इलाकों से आए श्रद्धालुओं के रहने का भी वहां इंतजाम किया गया था. सारी व्यवस्था मुफ्त थी. किसी से भी एक पैसा नहीं लिया गया. जबकि दूसरी जगहों पर नजराना लिया जाता है.
इस मौके पर हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती के गद्दीनशीन हजरत नजीबुर रहमान चिश्ती ने कहा कि हम सबको उस रास्ते पर चलना चाहिए जिससे जिंदगी में शांति और सकून आए. उन्होंने पैगंबर हजरत मोहम्मद की जिंदगी से उदाहरण देते हुए कहा कि मुसीबत के वक्त घबराने के बजाय सब्र से काम लें. अल्लाह जरूर मदद करेगा.
हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती के सालाना उर्स में शामिल होने के लिए उनके चार खलीफा के नेतृत्व में विभिन्न जगह से जुलूस दरबार शरीफ पहुंचा था. कोलकाता से हजरत मोहम्मद अख्तर अली चिश्ती और हजरत जफीर अली चिश्ती, दिल्ली से हजरत सानिब रहमान चिश्ती, मुर्शिदाबाद से हजरत जिकरिया चिश्ती के नेतृत्व में श्रद्धालुओं की बड़ी जमात दरबार शरीफ पहुंची थी. तरावीह के बाद रात भर समां महफिल का आयोजन हुआ. श्रद्धालुओं का कहना था कि हजरत ख्वाजा गुलाम किबरिया अल चिश्ती के दरबार से कभी कोई खाली हाथ वापस नहीं लौटता है. सभी के नेक इरादे यहां पूरे होते हैं.