युवाओं से एमए अली की अपीलः विदेशों में नौकरी तलाश करने के बजाय बंगाल के विकास में हाथ बटाएं

कोलकाताः पश्चिम बंगाल के मालदह से प्रकाशित होने वाले गौड़ दर्पण पत्रिका को 40 साल पूरे हो गए हैं. इस उपलक्ष्य में पत्रिका की तरफ से कॉलेज स्क्वायर स्थित त्रिपुरा हितसाध्नी सभाघर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली को प्रतिष्ठित वी बलसारा मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम में राज्य भर से आए साहित्यकार, लेखक, बुद्धिजीवि इत्यादि शामिल हुए थे. जिन्होंने अवार्ड मिलने पर ताली बजा कर एमए अली का जोरदार स्वागत किया. उन्होंने इस उपलब्धी के लिए एमए अली को बधाई भी दी.

इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली ने कहा कि अब तक मुझे देश-विदेश में सैकड़ों अवार्ड मिल चुके हैं, लेकिन जब घर में अवार्ड मिलता है तो मुझे ज्यादा खुशी होती है. बता दें कि इससे पहले अमेरिकी सरकार एमए अली को हीरो ऑफ जेंडर इक्वालिटी अवार्ड से सम्मानित कर चुकी है. उन्हें अमेरिका के अपवर्ड एचिवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया है. इसके अलावा उन्हें प्रत्येक साल बैंकॉक में होने वाले वर्ल्ड मीट एंड इंटरनेशलन अवार्ड कमेटी का निदेशक भी नियुक्त किया गया है.

एमए अली ने कहा कि आज सारी दुनिया के उद्योगपति बंगाल में निवेश करने आ रहे हैं. ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल तेजी से विकास कर रहा है. एक जमाना था कि जब बंगाल के लोग उद्योग और कारोबार के क्षेत्र में देश में सबसे आगे थे, लेकिन अब वक्त बदल गया है. आज के नौजवान कारोबार करने के बजाय विदेशों में नौकरी तलाश करने में लगे हुए हैं. मैं बंगाल के नौजवानों से अपील करता हूं कि वो अपने राज्य में ही कारोबार करें और देश व बंगाल को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाएं.

एमए अली ने कहा कि एक जमाना था, जब बंगाल की धरती पर रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद, कवि नजरूल इस्लाम जैसी महान हस्तियों ने जन्म लिया था. लेकिन आज के नौजवानों की सोच बदल गई है. वो सिर्फ सपने देखते हैं, जबकि सपने को पूरा करने के लिए मेहनत करनी होगी. सपने देख रहे नौजवानों से मैं कहता हूं कि जागो बांग्ला जागो

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