देश के मौजूदा हालात में हर महिला के लिए कराटे सिखना बेहद जरूरीःएमए अली

कोलकाताः देश के हालात बेहद नाजूक हैं. धर्म की राजनीति के चलते पूरे देश में हलचल मची हुई है. कई जगहों पर दंगे भी हो रहे हैं. इन हालात के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली ने देश की तमाम महिलाओं से आत्मरक्षा के लिए कराटे सिखने का आह्वान किया है.

पिछले 9 साल से कोलकाता में महिलाओं को मुफ्त में कराटे की ट्रेनिंग दे रहे एमए अली ने आज एक विशेष ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया था.

इसके साथ ही इस कैंप में कराटे सिख रहे बच्चों का टेस्ट भी लिया गया.

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए टीएमसी माइनरिटी सेल के महासचिव मुख्तार अली ने कहा कि एमए अली जिस लगन और मेहनत से महिलाओं को कराटे की ट्रेनिंग दे रहे हैं. वो एक उदाहरण है. मैं चाहता हूं कि आत्मरक्षा के सबसे बेहतरीन हथियार कराटे को भी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. उन्होंने इस संबंध में राज्य सरकार से बात करने का आश्वासन भी दिया.

इस मौके पर एमए अली ने कहा कि जब भी कहां दंगा या हंगामा होता है तो उससे सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं होती हैं. महिलाओं को अपने घर व बच्चों के साथ-साथ अपनी भी रक्षा करनी पड़ती है. इसलिए मैं चाहता हूं कि देश की सभी महिलाएं कराटे सिखें और अपनी रक्षा आप करें.

एमए अली ने कहा कि हमारा कराटे क्लास सभी धर्म की महिलाओं के लिए खुले हुए हैं. हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्म की महिलाएं हमारे यहां कराटे का प्रशिक्षण ले रही हैं. कराटे आत्मरक्षा का हथियार होने के साथ-साथ एक खेल भी है. जिसमें किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता है.

कार्यक्रम में हावड़ा नगर निगम के वार्ड नंबर 20 की पूर्व पार्षद इस्मत आरा बेगम और उनके पति रईस आलम भी शामिल हुए थे. रईस आलम हावड़ा के वार्ड 20 के युवा टीएमसी के अध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली के पूर्व छात्र रह चुके हैं.

उन्होंने कराटे कैंप में शामिल बच्चों के साथ अपने अनुभव को बांटा और उन्हें प्रेरणा दी. इस मौके पर कराटे वर्ल्ड चैंपियन आयेशा नूर, वाराणसी से आए कराटे चैंपियन राजीव राजभर, देबाश कुमार आचार्य, शैलेन पाल, महादेव बोर और मुश्तर अली भी मौजूद थे.

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