बारूद के ढेर पर बैठा है नारकेल डांगा, बार-बार आग लगने की घटना से इलाके में दहशत

कोलकाताः कोलकाता का नारकेल डांगा एक घनी आबादी वाला इलाका है. जहां ज्यादातर गरीब परिवार के लोग रहते हैं, लेकिन आज के हालात में नारकेल डांगा बारुद के ढरे में बैठा हुआ है. इलाके में आग लगने की इतनी घटनाएं हो रही हैं कि लोग दहशत में हैं.

शुक्रवार को नारकेल डांगा इलाके की एक इमारत में अचनाक आग लग गई. रिहायशी इलाके में आग लगने की घटना से वहां अफरातफरी मच गई. आग लगने के बाद लगातार गैस सिलेंडर के कई धमाके हुए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. इस घटना में कई लोग घायल हुए.

नारकेल डांगा इलाके में आग लगने की यह कोई नई घटना नहीं है. हर महीने यहां किसी ने किसी इमारत या झोंपड़ी में आग लगती है, जिसके चलते लोग हमेशा दहशत में रहते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध निर्माण, बिजली का अवैध कनेक्शन आग लगने की मुख्य वजह है.

अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली ने नारकेल डांगा इलाके में बार-बार आग लगने की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है. इस इलाके में एमए अली के बहुत सारे छात्र रहते हैं, जो उनसे कराटे सिखते हैं.

एमए अली ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की है कि वो नारकेल डांगा इलाके में बार-बार आग लगने की घटना पर ध्यान दें और इस पर रोक लगाने की कोशिश करें.

एमए अली ने कहा कि आज आग लगने की छोटी-छोटी घटनाएं हो रही हैं, लेकिन आने वाले दिन में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, जिसमें काफी लोगों की जान जा सकती है, क्योंकि नारकेल डांगा एक घनी आबादी वाला इलाका है. अगर आग ने जोर पकड़ा तो यह बड़े पैमाने पर तबाही फैला सकता है, जिसमें बेकसूर लोगों की जान भी जा सकती है. इसलिए मेरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कोलकाता नगर निगम, दमकल विभाग और कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉरपोरेशन (सीईएएससी) से गुजारिश है कि वो अभी से उपाय करें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो और लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सकें.

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