मणिपुर जैसी घटना से बचने के लिए प्रत्येक महिला के लिए अनिवार्य है आत्मरक्षा प्रशिक्षण: एमए अली
कोलकाता: मणिपुर की शर्मनाक घटना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी ने हर भारतीय का सर शर्म से झुका दिया है। इस घटना के बाद ये कड़वी सच्चाई सामने आई है कि निर्भया कांड के बाद से अब तक देश में कुछ नहीं बदला है। आज भी देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इन हालात में महिलाओं को अपनी हिफाजत खुद से करनी होगी। अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच और चैंपियन एमए अली ने महिलाओं को खुद अपनी सुरक्षा के उपाय करने का परामर्श दिया है।
एमए अली ने कहा कि कोई भी सरकार सिर्फ दावा करती है। हकीकत में महिलाओं को अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठानी होगी। इसके लिए उन्हें आत्मरक्षा की ट्रेनिंग लेनी होगी। उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं अपने बचाव के लिए कराटे या मार्शल आर्ट्स सीखना चाहती हैं, तो उनके कोचिंग क्लास के दरवाजे सभी उम्र की महिलाओं के लिए खुले हैं। उनके क्लास में महिलाओं को आत्मरक्षा की मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है।
एमए अली निर्भया कांड के बाद से कोलकाता के रामलीला पार्क में बच्चों के साथ साथ महिलाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं। इसके लिए वो कोई फीस नहीं लेते हैं। एमए अली के रामलीला पार्क ट्रेनिंग सेंटर से अब तक हजारों महिलाएं आत्मरक्षा की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। इनमें तीन साल की बच्ची से ले कर 45 साल की महिला तक शामिल है।
एमए अली ने कहा कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए सिर्फ सरकार या पुलिस प्रशासन के भरोसे नहीं बैठना चाहिए। उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए खुद भी कोशिश करनी होगी। इसके लिए उन्हें आत्मरक्षा की ट्रेनिंग लेनी बेहद जरूरी है। उनके ट्रेनिंग सेंटर में सभी का स्वागत है।