महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को देख, एमए अली ने सभी माता-पिता से बेटियो को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दिलाने की गुजारिश

तिलजला में एक सात साल की मासूम बच्ची के कत्ल की घटना से पूरा कोलकाता शहर हिल गया है. बेटे की चाहत में एक हैवान ने किसी ढोंगी तांत्रिक के कहने पर सात साल की मासूम बच्ची की बलि चढ़ा दी. इस घटना से पूरा कोलकाता डरा हुआ है. हर मां-बाप को अपने बच्चों की फिक्र सताने लगी है. तिलजला की घटना ने लोगों के दिलों में इतना डर भर दिया है कि लोग अब पड़ोसियों को भी शक की नजरों से देखने लगे हैं, क्योंकि तिलजला में पड़ोसी ने ही उस मासूम की जान ली थी. पुलिस ने हालांकि कातिल को पकड़ लिया है, लेकिन लोगों के दिलों से डर नहीं निकल रहा है. तिलजला की इस घटना की इंटरनेशनल कराटे कोच और चैंपियन एमए अली ने कड़े शब्दों में निंदा की है और कातिल को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो अपने बच्चों की हिफाजत के लिए उन्हें सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग जरूर दिलाएं. एमए अली ने कहा कि अगर कोई भी बच्चा सिर्फ तीन साल तक कराटे या मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग लेता है तो वो अपने ऊपर होने वाले किसी भी तरह के हमले को रोक सकता है. अपनी जान बचा सकता है. एमए अली पिछले कई साल से मौलाली के पास रामलीला पार्क में लोगों को कराटे सिखा रहे हैं. उनके कराटे क्लास में ढाई साल के बच्चे से लेकर 40 साल की औरतें भी कराटे और मार्शल आर्ट्स सिख रहे हैं. एमए अली ने कहा कि वो सरकार से मांग करते हैं कि हर स्कूल में बच्चों के लिए कराटे, मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि बच्चे अपनी हिफाजत खुद कर सकें. सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग न सिर्फ बच्चों को जिस्मानी और दिमागी तौर पर मजबूत बनाता है, बल्कि उन्हें हर किस्म के हालात से निपटने की ताकत और सलाहियत भी देता है. बच्चों की हिफाजत और उनके बेहतर मुस्तकबिल के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग सबसे ज्यादा जरूरी है.

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